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Sunday 23 October 2016

Shopping:आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो सावधान हो जाइए

online shopping hackers 
अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो सावधान हो जाइएहो सकता है कि वेब दुनिया में आपके द्वारा की जा रही खरीदारी पर हैकरों की नज़र हो. और हो सकता है कि हैकर आपके द्वारा की जा रही ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान आपके क्रेडिट कार्ड का डेटा चुरा रहे हों. एक शोध से पता चला है कि ऑनलाइन शॉपिंग कराने वाली लगभग 6000 वेब शॉप साइटें आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारियां चुरा कर उसका गलत उपयोग कर रही हैं. डच डेवलपर विलियम डी ग्रूट ने बताया कि आपका क्रेडिट कार्ड का कोड साइबर चोर द्वारा साइटों पर डाला जाता है.

उन्होंने जांच में पाया कि लगभग 5925 ऐसी वेब साइट हैं. उन्होंने कहा कि कुछ चोरी किए गए डेटा रूस सर्वर से भेजे गए थे. डी ग्रूट डच इ कॉमर्स साइट बाइट डॉट एनएल के सहसंस्थापक हैं. उन्होंने ब्लॉगस्पॉट में कहा कि हैकर सबसे अधिक उपयोग की जानेवाली साइटों को अपना निशाना बनाते हैं. वे जब उन वेबसाइटों में अपना रास्ता बना लेते हैं उसके बाद वे उन साइटों से आपकी क्रेडिट कार्ड और दूसरी लेनदेन की जानकारियां चुरा लेते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उस चोरी किए गए डेटा प्रति कार्ड 30 डॉलर के हिसाब से डार्क वेब मार्केट बेच देते हैं. उन्होंने शोध में चोरी किए गए नौ अलग-अलग कोड्स का पता लगायाजिसमें कई अलग-अलग हैकर समूह शामिल पाए गए. डी ग्रूट ने बताया कि वे तभी से हैकरों की जांच पड़ताल में लगे थे जबसे उनके कार्ड की जानकारियां चोरी हुईं थी. 


अगर ग्रूट के काम पर नजर डालें तो लगता है कि उन्होंने 2015 के अंत में हैकरों की जांच की शुरुआत कीलेकिन असल में उन्होंने मई 2015 में शोध शुरू कर दिया था. उसी वर्ष के अंत तक लगभग 3500 से अधिक साइटों के बारे में पता चल गया था. उसके बाद लगातार जारी जांच में डी ग्रूट ने 18 महीनों में ऐसी 5,925 साइटों का पता लगाया. हैकरों के चंगुल में कार निर्माताफैशन कंपनियांसरकारी साइटें और संग्रहालय शामिल थे. फिलहालडेटा चोरी होने के नए मामले अभी नहीं आ रहे हैं.क्योंकि अब स्टोर मालिक अपने सॉफ्टवेयर नियमित रूप से अपडेट कर रहे हैं. 

डी ग्रूट ने लिखते हैं कि यह एक महंगा मामला है और हर दुकानदार इसे नजरअंदाज भी कर देता है. डी ग्रूट बताते हैं कि कंपनियों की लिस्ट जारी करने के बाद कुछ स्टोर ने इसे संजीदगी से लिया है. ग्रूट ने हमारे संवाददाता  को बताया कि मैं ग्राहकों से कहना चाहता हूं कि वे जब भी खरीददारी करें तो जानीमानी साइट जैसे पेपल पर ही विश्वास करें. जहां 100 से अधिक लोग सिर्फ वहां पर साइट और आपके द्वारा दी जा रही सूचना की सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं.
                             BY- Rajat Nagda
                         Medical Student,Indore 
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Shopping:आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो सावधान हो जाइए

online shopping hackers 
अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो सावधान हो जाइएहो सकता है कि वेब दुनिया में आपके द्वारा की जा रही खरीदारी पर हैकरों की नज़र हो. और हो सकता है कि हैकर आपके द्वारा की जा रही ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान आपके क्रेडिट कार्ड का डेटा चुरा रहे हों. एक शोध से पता चला है कि ऑनलाइन शॉपिंग कराने वाली लगभग 6000 वेब शॉप साइटें आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारियां चुरा कर उसका गलत उपयोग कर रही हैं. डच डेवलपर विलियम डी ग्रूट ने बताया कि आपका क्रेडिट कार्ड का कोड साइबर चोर द्वारा साइटों पर डाला जाता है.

उन्होंने जांच में पाया कि लगभग 5925 ऐसी वेब साइट हैं. उन्होंने कहा कि कुछ चोरी किए गए डेटा रूस सर्वर से भेजे गए थे. डी ग्रूट डच इ कॉमर्स साइट बाइट डॉट एनएल के सहसंस्थापक हैं. उन्होंने ब्लॉगस्पॉट में कहा कि हैकर सबसे अधिक उपयोग की जानेवाली साइटों को अपना निशाना बनाते हैं. वे जब उन वेबसाइटों में अपना रास्ता बना लेते हैं उसके बाद वे उन साइटों से आपकी क्रेडिट कार्ड और दूसरी लेनदेन की जानकारियां चुरा लेते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उस चोरी किए गए डेटा प्रति कार्ड 30 डॉलर के हिसाब से डार्क वेब मार्केट बेच देते हैं. उन्होंने शोध में चोरी किए गए नौ अलग-अलग कोड्स का पता लगायाजिसमें कई अलग-अलग हैकर समूह शामिल पाए गए. डी ग्रूट ने बताया कि वे तभी से हैकरों की जांच पड़ताल में लगे थे जबसे उनके कार्ड की जानकारियां चोरी हुईं थी. 


अगर ग्रूट के काम पर नजर डालें तो लगता है कि उन्होंने 2015 के अंत में हैकरों की जांच की शुरुआत कीलेकिन असल में उन्होंने मई 2015 में शोध शुरू कर दिया था. उसी वर्ष के अंत तक लगभग 3500 से अधिक साइटों के बारे में पता चल गया था. उसके बाद लगातार जारी जांच में डी ग्रूट ने 18 महीनों में ऐसी 5,925 साइटों का पता लगाया. हैकरों के चंगुल में कार निर्माताफैशन कंपनियांसरकारी साइटें और संग्रहालय शामिल थे. फिलहालडेटा चोरी होने के नए मामले अभी नहीं आ रहे हैं.क्योंकि अब स्टोर मालिक अपने सॉफ्टवेयर नियमित रूप से अपडेट कर रहे हैं. 

डी ग्रूट ने लिखते हैं कि यह एक महंगा मामला है और हर दुकानदार इसे नजरअंदाज भी कर देता है. डी ग्रूट बताते हैं कि कंपनियों की लिस्ट जारी करने के बाद कुछ स्टोर ने इसे संजीदगी से लिया है. ग्रूट ने हमारे संवाददाता  को बताया कि मैं ग्राहकों से कहना चाहता हूं कि वे जब भी खरीददारी करें तो जानीमानी साइट जैसे पेपल पर ही विश्वास करें. जहां 100 से अधिक लोग सिर्फ वहां पर साइट और आपके द्वारा दी जा रही सूचना की सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं.
                             BY- Rajat Nagda
                         Medical Student,Indore 
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उन्होंने जांच में पाया कि लगभग 5925 ऐसी वेब साइट हैं. उन्होंने कहा कि कुछ चोरी किए गए डेटा रूस सर्वर से भेजे गए थे. डी ग्रूट डच इ कॉमर्स साइट बाइट डॉट एनएल के सहसंस्थापक हैं. उन्होंने ब्लॉगस्पॉट में कहा कि हैकर सबसे अधिक उपयोग की जानेवाली साइटों को अपना निशाना बनाते हैं. वे जब उन वेबसाइटों में अपना रास्ता बना लेते हैं उसके बाद वे उन साइटों से आपकी क्रेडिट कार्ड और दूसरी लेनदेन की जानकारियां चुरा लेते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उस चोरी किए गए डेटा प्रति कार्ड 30 डॉलर के हिसाब से डार्क वेब मार्केट बेच देते हैं. उन्होंने शोध में चोरी किए गए नौ अलग-अलग कोड्स का पता लगायाजिसमें कई अलग-अलग हैकर समूह शामिल पाए गए. डी ग्रूट ने बताया कि वे तभी से हैकरों की जांच पड़ताल में लगे थे जबसे उनके कार्ड की जानकारियां चोरी हुईं थी. 


अगर ग्रूट के काम पर नजर डालें तो लगता है कि उन्होंने 2015 के अंत में हैकरों की जांच की शुरुआत कीलेकिन असल में उन्होंने मई 2015 में शोध शुरू कर दिया था. उसी वर्ष के अंत तक लगभग 3500 से अधिक साइटों के बारे में पता चल गया था. उसके बाद लगातार जारी जांच में डी ग्रूट ने 18 महीनों में ऐसी 5,925 साइटों का पता लगाया. हैकरों के चंगुल में कार निर्माताफैशन कंपनियांसरकारी साइटें और संग्रहालय शामिल थे. फिलहालडेटा चोरी होने के नए मामले अभी नहीं आ रहे हैं.क्योंकि अब स्टोर मालिक अपने सॉफ्टवेयर नियमित रूप से अपडेट कर रहे हैं. 

डी ग्रूट ने लिखते हैं कि यह एक महंगा मामला है और हर दुकानदार इसे नजरअंदाज भी कर देता है. डी ग्रूट बताते हैं कि कंपनियों की लिस्ट जारी करने के बाद कुछ स्टोर ने इसे संजीदगी से लिया है. ग्रूट ने हमारे संवाददाता  को बताया कि मैं ग्राहकों से कहना चाहता हूं कि वे जब भी खरीददारी करें तो जानीमानी साइट जैसे पेपल पर ही विश्वास करें. जहां 100 से अधिक लोग सिर्फ वहां पर साइट और आपके द्वारा दी जा रही सूचना की सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं.
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                         Medical Student,Indore 
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