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Valentine Day: क्यों मनाया जाता है प्यार का दिन ?

Freaky funtoosh

आज पूरी दुनिया प्यार का पर्व यानी वैलेंटाइन डे मना रही है. पश्चिमी सभ्यता का यह पर्व भारत में भी लोग मनाते है. आज के दिन अपने प्रेमी के प्रति अपना प्रेम दिखाने के लिए बेस्‍ट दिन माना जाता है. आज लोग दिल खोलकर अपने प्यार का इजहार करते है. लेकिन क्या आप जानते है पश्चिमी सभ्यता का यह पर्व क्यों मनाया जाता है?

इसको मनाने के पीछे क्या राज है? दरअसल वैलेंटाइन डे सेंट वेलेंटाइन की याद में मनाया जाता है. कैथोलिक विश्वकोश के अनुसार शुरूआत में 3 ईसाई संत थे. पहले रोम में पुजारी थे, दूसरे टर्नी में बिशप थे और तीसरे थे सेंट वेलेंटाइन. खास बात यह है कि तीनो ही संत 14 फरवरी के दिन शहीद हुए थे. इन संतों में सबसे प्रमुख थे रोम के सेंट वेलेंटाइन.

दरअसल तीसरी शताब्दी में रोम में सम्राट क्लॉडियस का शासन था. उनका मानना था कि एकल पुरुष विवाहित पुरुषों की तुलना में ज्‍यादा अच्‍छे सैनिक बन सकते हैं, इसलिए उनके सैनिक कुंवारे रहते थे. सेंट वेलेंटाइन जो कि एक पादरी थे, उन्होंने इस आदेश का विरोध किया और सैनिकों और अधिकारियों के विवाह करवाए. इस बात की खबर जब सम्राट क्लॉडियस को पता चली तो उन्होंने वेलेंटाइंस को फांसी पर चढ़वा दिया.


सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मौत के समय जेलर की अंधी बेटी जैकोबस को अपनी आंखे दान कीं. सैंट ने जेकोबस को एक पत्र भी लिखा, जिसके आखिर में उन्होंने लिखा था 'तुम्हारा वेलेंटाइन'.

Valentine Day: क्यों मनाया जाता है प्यार का दिन ?

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आज पूरी दुनिया प्यार का पर्व यानी वैलेंटाइन डे मना रही है. पश्चिमी सभ्यता का यह पर्व भारत में भी लोग मनाते है. आज के दिन अपने प्रेमी के प्रति अपना प्रेम दिखाने के लिए बेस्‍ट दिन माना जाता है. आज लोग दिल खोलकर अपने प्यार का इजहार करते है. लेकिन क्या आप जानते है पश्चिमी सभ्यता का यह पर्व क्यों मनाया जाता है?

इसको मनाने के पीछे क्या राज है? दरअसल वैलेंटाइन डे सेंट वेलेंटाइन की याद में मनाया जाता है. कैथोलिक विश्वकोश के अनुसार शुरूआत में 3 ईसाई संत थे. पहले रोम में पुजारी थे, दूसरे टर्नी में बिशप थे और तीसरे थे सेंट वेलेंटाइन. खास बात यह है कि तीनो ही संत 14 फरवरी के दिन शहीद हुए थे. इन संतों में सबसे प्रमुख थे रोम के सेंट वेलेंटाइन.

दरअसल तीसरी शताब्दी में रोम में सम्राट क्लॉडियस का शासन था. उनका मानना था कि एकल पुरुष विवाहित पुरुषों की तुलना में ज्‍यादा अच्‍छे सैनिक बन सकते हैं, इसलिए उनके सैनिक कुंवारे रहते थे. सेंट वेलेंटाइन जो कि एक पादरी थे, उन्होंने इस आदेश का विरोध किया और सैनिकों और अधिकारियों के विवाह करवाए. इस बात की खबर जब सम्राट क्लॉडियस को पता चली तो उन्होंने वेलेंटाइंस को फांसी पर चढ़वा दिया.


सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मौत के समय जेलर की अंधी बेटी जैकोबस को अपनी आंखे दान कीं. सैंट ने जेकोबस को एक पत्र भी लिखा, जिसके आखिर में उन्होंने लिखा था 'तुम्हारा वेलेंटाइन'.