जो गोपियों संग रास रचाए, वो नटखट कान्हा कहलाए !


गोकुल मे जो करे निवास,
गोपियों संग जो रचाए रास,
देवकी यशोदा है जिनकी मैया,
ऐसे है हमारे प्यारे कृष्ण कन्हैया |

मामा कंस को निपटाने वाले,
वृंदावन मे धेनु चराने वाले,
कान्हा हमारे नटखट निराले |
मधुर-मधुर मुरली बजाए,
गोपियों संग जीवों को रिझाए,
चोरों मे चोर, माखन चोर कहलाए |

अष्टमी को ऐसे अवतरित हुए,
देवकी की आठवीं संतान कहलाए,
सखा सुदामा के मन अति भाए, 
शेषनाग पर नृत्य किया ऐसे,
ग्वालों का मन मोह लिया ऐसे,
मुख मे ब्रह्मांड समाए जैसे,
नन्द लाला ने करतब दिखाए कैसे-कैसे,
देवकी यशोदा है जिनकी मैया,
ऐसे है हमारे प्यारे कृष्ण कन्हैया |

Happy #krishnajanmashtami

         

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