मशहूर जहाज टाइटैनिक के बारे में तो आपने सुना ही होगा. इस पर हॉलीवुड में फिल्म भी बनी है, जो कि काफी लोकप्रिय रही. अभी तक सभी यहीं सोचते थे कि टाइटैनिक जहाज बर्फ के पहाड़ से टकराने के कारण डूबा था, लेकिन हाल ही में शोधकर्ताओं ने इस मामले में नया खुलासा करते हुए बताया है कि डूबने से पहले टाइटैनिक में आग लगी थी, जिसके कारण यह काफी कमजोर हो गया था.
खबर के अनुसार टाइटैनिक बनाने वाली कंपनी के अध्यक्ष जे. ब्रूस ने जहाज पर सवार अधिकारियों को निर्देश दिया था कि इस आग के बारे में यात्रियों को कुछ ना बताएं. गौरतलब है कि टाइटैनिक अप्रैल 1912 में न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुआ, लेकिन रास्ते में ही अटलांटिक महासागर में डूब गया था. इस हादसे में 1500 से ज्यादा यात्रियों की इस हादसे में मौत हो गई थी. हादसे को लेकर 100 साल से भी ज्यादा समय बाद खुलासा करते हुए शोधकर्ताओं ने कहा है कि टाइटैनिक में लगभग तीन हफ़्तों तक आग लगी रही, लेकिन इस दौरान किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया. आग के कारण जहाज का वह हिस्सा काफी कमजोर हो गया था और जब वह हिस्सा बर्फ के पहाड़ से टकराया तो टूट गया. शोधकर्ताओं ने आग लगने के कारण पतवार के दाहिनी ओर 30 फुट लंबे काले निशान देखे है. शोधकर्ताओं के अनुसार यह काले निशान आग के कारण ही बने है. शोधकर्ताओं के अनुसार अब तक सामने आ रही चीजों के अनुसार यह हादसा आग, बर्फ और आपराधिक लापरवाही के कारण हुआ.
यह भी पड़े...
No comments:
Post a Comment