Patriotic Poetry on crpf jawan |
आपको कश्मीर का वह वीडियो तो याद ही होगा जिसमे कुछ कश्मीरी युवक CRPF के एक जवान के साथ बदसलूकी करता है, लेकिन जवान बिना किसी रिएक्शन के चलता रहता है. वीडियो में कश्मीरी युवक जवान को लात मारते नजर आ रहे है, लेकिन हाथ में बन्दुक होने के बाद भी जवान कुछ नहीं करता.
इस वीडियो को लेकर देश के लोग आक्रोशित हो उठे थे. लोगों का खून खोल उठा था. सभी उन कश्मीरी युवक को सबक सीखने की बातें कर रहे है. लोग सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है. इसी बीच सोशल मीडिया इन दिनों एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है.
यह वीडियो एक स्कूल का है, जिसमे एक छोटी बच्ची कश्मीर के हालातों को लेकर कविता सुना रही है. हालाँकि यह वीडियो कब का है और कहाँ का है यह तो हमें नहीं पता, लेकिन यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.
वैसे बच्चीं की बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह वीडियो काफी पुराना है. यह वीडियो बुरहान वानी की मौत के बाद का है, लेकिन पिछले दिनों कश्मीरी युवक द्वारा CRPF के जवान के साथ बदसलूकी के बाद एक बार फिर से यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
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शवयात्रा' ने रोक दिया है 'शिवयात्रा' को घाटी में,
नागफनी के पेड़ उगे हैं केसर की परिपाटी में,
आतंकवाद का धर्म नही ये चिल्लाते जो घूम रहे,
उनके साथी कश्मीर में आतंकी को चूम रहे,
नीलगगन फट सकता था उनके जेहादी नारों से,
और जनाजा ऐंठ रहा था लोगो के अंबारों से,
जो भारत में विस्फोटों का मर्म जान न पाएंगे,
वो लोग कभी आतंकवाद का धर्म जान न पाएंगे,
आँख खोल इनके जेहादी मंसूबो को पहचानो,
बुरहानी के पीछे लाखों याकूबों को पहचानो,
अपने घर पे राष्ट्रभक्ति का टूटा दर्पण रखते हैं ,
ये दुष्ट हिंदुस्तानी तन में पाकिस्तानी मन रखते है,
ऐसे भारत के मानचित्र का सिर खंडित हो जायेगा
इक दिन पूरा भारत कश्मीरी पंडित हो जायेगा
मातृभूमि की रक्षा में मस्तक पर तिलक लगाने दो
सेना संग सारे बजरंगी काश्मीर में जाने दो
चाँद सितारा टाँगे तब हर एक किला ढह जायेगा
पाकिस्तान बनाने का सपना ,सपना रह जायेगा
ले लेंगे सारा हिसाब सेना पर फेकें पत्थर का,
घाटी से दाग मिटा देंगे हम धारा तीन सौ सत्तर का
तब हथगोले वाला बागी बमभोले को पूजेगा,
काश्मीर की गलियो बस हर हर बम बम गूजेंगा,
नयन तीसरा खोल के जब कैलाश का राजा निकलेगा
नागफनी के पेड़ उगे हैं केसर की परिपाटी में,
आतंकवाद का धर्म नही ये चिल्लाते जो घूम रहे,
उनके साथी कश्मीर में आतंकी को चूम रहे,
नीलगगन फट सकता था उनके जेहादी नारों से,
और जनाजा ऐंठ रहा था लोगो के अंबारों से,
जो भारत में विस्फोटों का मर्म जान न पाएंगे,
वो लोग कभी आतंकवाद का धर्म जान न पाएंगे,
आँख खोल इनके जेहादी मंसूबो को पहचानो,
बुरहानी के पीछे लाखों याकूबों को पहचानो,
अपने घर पे राष्ट्रभक्ति का टूटा दर्पण रखते हैं ,
ये दुष्ट हिंदुस्तानी तन में पाकिस्तानी मन रखते है,
ऐसे भारत के मानचित्र का सिर खंडित हो जायेगा
इक दिन पूरा भारत कश्मीरी पंडित हो जायेगा
मातृभूमि की रक्षा में मस्तक पर तिलक लगाने दो
सेना संग सारे बजरंगी काश्मीर में जाने दो
चाँद सितारा टाँगे तब हर एक किला ढह जायेगा
पाकिस्तान बनाने का सपना ,सपना रह जायेगा
ले लेंगे सारा हिसाब सेना पर फेकें पत्थर का,
घाटी से दाग मिटा देंगे हम धारा तीन सौ सत्तर का
तब हथगोले वाला बागी बमभोले को पूजेगा,
काश्मीर की गलियो बस हर हर बम बम गूजेंगा,
नयन तीसरा खोल के जब कैलाश का राजा निकलेगा
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